रोमन अंक क्या होता है व 1 से 100 तक रोमन संख्या की गिनती क्या होती है व Roman Ank की कुछ विशेष बात हिंदी में
हमेशा से प्राचीन काल में यह देखने को मिला था कि जब भी हम किसी गिनती या फिर गणना करते थे तो उसके लिए गणित का इस्तेमाल ना करके रोमन नंबर का इस्तेमाल किया जाता था और ऐसा हमें प्राचीन इमारतों में तथा खुदाई के दौरान मिले और शिष्यों से भी प्राप्त हुआ है और रोमन अंक(Roman Ank)सबसे पुराना किसी चीज को गणना करने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता था परंतु वर्तमान में Roman Number का उपयोग काफी कम होने लगा है क्योंकि बहुत से लोगों का रोमन अंक के बारे में पता ही नहीं होता तो आज इस Article के माध्यम से हम आपको रोमन अंक क्या होते हैं तथा 1 से लेकर 100 तक की रोमन संख्याओं की गिनती भी हम आपको 10 आएंगे जिससे आप इसे आसानी से पढ़ सके और कुछ सीख सकें रोमन अंक के बारे में।
Roman Ank Kya Hota Hai?
प्राचीन काल में जब किसी वस्तु या फिर किसी ऐसी चीज की गिनती या गणना करनी होती थी तो उस समय गणित के स्थान पर रोमन अंक(Roman Number) का प्रयोग किया जाता था तब शायद गणित के बारे में कोई जानता भी ना होगा तब से Roman Ank को इस्तेमाल में लाया जा रहा है गणित के अंकों की तरह ना होकर English के Alphabet की तरह होते हैं जो कि किसी विशेष चिन्ह के द्वारा पहचाने जाते हैं जैसा गणित के 10 नंबर को रोमन अंक में ‘X’ कहा जाता है या फिर गणित के 5 नंबर को रोमन में ‘V’ कहा जाता है इनकी पहचान इसी आधार पर की जाती है परंतु बहुत लोगों को यह गिनतियां समझ में नहीं आती तो इसलिए आज हम आपको Roman Number की गिनती यों की पहचान बताएंगे।

रोमन अंक लिखने का तरीका
जिस तरह से हम Math में नंबरों को लिखते हैं ठीक उसी प्रकार हम रोमन अंकों को भी बाएं तरफ से लिखते हैं परंतु इनके लिखने का जो तरीका होता है वह अलग होता है यदि हम इसे घटते क्रम में लिखेंगे तो दाएं से बाएं की तरफ लिखेंगे वहीं से बढ़ते क्रम में लिखेंगे तो बाएं से दाएं की तरफ सीखेंगे जैसे हम निम्नलिखित उदाहरण आपको बता रहे हैं कि यदि गणित के 9 अंकों हम रोमन में लिखेंगे तो ‘lX’ लिखेंगे परंतु वही यदि हम गणित के 11 अंक को लिखेंगे तो बढ़ते क्रम में ‘Xl’कुछ इस प्रकार लिखेंगे जोकि इसके लिखने का एक व्यवस्थित तरीका होता है।
Roman Ank की कुछ विशेष बात
रोमन अंक(Roman Number) प्राचीन काल से ही इस्तेमाल में लाया जा रहा है और आप भी इसे बहुत जगह पर इस्तेमाल किया जाता है इस अंको की कुछ विशेषताएं भी है जो कि हम आपको निम्नलिखित बताने जा रहे हैं।
- Roman Number प्राय एक अंक से शुरू होता है जोकि ‘l’ इस प्रकार लिखते हैं।
- रोमन अंक की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें गणित के 0 के समान कोई भी गिनती नहीं होती।
- रोमन अंक की सबसे बड़ी गिनती जो की गणित के 1000 के बराबर होती है वह ‘M’ होती है।
- Roman ank अंग्रेजी के अल्फाबेट में इस्तेमाल होने वाले सभी अक्षरों के द्वारा लिखा जाता है
- 1 से लेकर 1000 तक जितने भी Roman Number होते हैं वह सभी English में उपयुक्त होने वाले 26 Alphabet के समान होते हैं तथा इनको बढ़ते क्रम में लिखने के लिए एक दूसरे का सहारा लेना पड़ता है जैसे 500 को ‘D’ लिखते हैं तथा 100 को ‘C’ लिखते हैं। तब यदि 600 लिखना हुआ तो उसके लिए रोमन अंक में ‘DC’ लिखा जाता है।
रोमन अंक की गिनती 1 से लेकर 100 तक
आज के जमाने में बहुत से लोगों को रोमन अंक(Roman Ank) की गिनती के बारे में पता नहीं होता है ऐसे में Roman Number का अस्तित्व खतरे में जाता दिख रहा है स्कूल कॉलेजों में भी रोमन अंक को बहुत कम मात्रा में पढ़ाया जाता है तो आज हम एक से लेकर सौ तक की रोमन अंक गिनतीयों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं।
Roman Ank 1 to 20
Serial No. | Roman No. | हिंदी गिनती |
01 | I | एक |
02 | II | दो |
03 | III | तीन |
04 | IV | चार |
05 | V | पांच |
06 | VI | छः |
07 | VII | सात |
08 | VIII | आठ |
09 | IX | नव |
10 | X | दस |
11 | XI | ग्यारह |
12 | XII | बारह |
13 | XIII | तेरह |
14 | XIV | चौदह |
15 | XV | पन्द्रह |
16 | XVI | सोलह |
17 | XVII | सत्रह |
18 | XVIII | अठारह |
19 | XIX | उन्नीस |
20 | XX | बीस |
Roman Ank 21 to 40
21 | XXI | इक्कीस |
22 | XXII | बाइस |
23 | XXIII | तेईस |
24 | XXIV | चौबीस |
25 | XXV | पच्चीस |
26 | XXVI | छब्बीस |
27 | XXVII | सत्ताइस |
28 | XXVIII | अट्ठाइस |
29 | XXIX | उन्तीस |
30 | XXX | तीस |
31 | XXXI | इकतीस |
32 | XXXII | बत्तीस |
33 | XXXIII | तायेतिस |
34 | XXXIV | चौतीस |
35 | XXXV | पैंतीस |
36 | XXXVI | छत्तीस |
37 | XXXVII | सायतीस |
38 | XXXVIII | अड़तीस |
39 | XXXIX | उनतालीस |
40 | XL | चालीस |
Roman Ank 41 to 60
41 | XLI | इकतालीस |
42 | XLII | बेयालिस |
43 | XLIII | तैतालिस |
44 | XLIV | चौवालिस |
45 | XLV | पैतालीस |
46 | XLVI | छेयालिस |
47 | XLVII | सैतालिस |
48 | XLVIII | अटटालिस |
49 | XLIX | उन्नचास |
50 | L | पच्चास |
51 | LI | इक्यावन |
52 | LII | बावन |
53 | LIII | तिरपन |
54 | LIV | चौवन |
55 | LV | पंचपन |
56 | LVI | छप्पन |
57 | LVII | सत्तावन |
58 | LVIII | अट्ठावन |
59 | LIX | उनसठ |
60 | LX | साठ |
Roman Ank 61 to 80
61 | LXI | इकसठ |
62 | LXII | बासठ |
63 | LXIII | तिरसठ |
64 | LXIV | चौसठ |
65 | LXV | पैसठ |
66 | LXVI | छियासठ |
67 | LXVII | सड़सठ |
68 | LXVIII | अड़सठ |
69 | LXIX | उन्हत्तर |
70 | LXX | सत्तर |
71 | LXXI | इकहत्तर |
72 | LXXII | बहत्तर |
73 | LXXIII | तिहत्तर |
74 | LXXIV | चौहत्तर |
75 | LXXV | पचहत्तर |
76 | LXXVI | छेहत्तर |
77 | LXXVII | सतहत्तर |
78 | LXXVIII | अठहत्तर |
79 | LXXIX | उन्यासी |
80 | LXXX | अस्सी |
Roman Ank 81 to 100
81 | LXXXI | इकायसी |
82 | LXXXII | बयासी |
83 | LXXXIII | तिरासी |
84 | LXXXIV | चौरासी |
85 | LXXXV | पच्चासी |
86 | LXXXVI | छेयासी |
87 | LXXXVII | सत्तासी |
88 | LXXXVIII | अट्टासी |
89 | LXXXIX | नवासी |
90 | XC | नब्बे |
91 | XCI | इकानबे |
92 | XCII | बनबे |
93 | XCIII | तिरंबे |
94 | XCIV | चौरांबे |
95 | XCV | पंचांबे |
96 | XCVI | छेयांबे |
97 | XCVII | संतानबे |
98 | XCVIII | अंथांबे |
99 | XCIX | निन्यानबे |
100 | XC | सौ |
Conclusion:निष्कर्ष
आज इस Article में हमने प्राचीन काल में इस्तेमाल होने वाले Roman Ank(रोमन लिपि) के बारे में विस्तार से बताने का प्रयास किया है तथा इसके साथ ही साथ एक से लेकर 100 तक की रोमन अंक गिनती भी हमने दर्शाइए और रोमन अंक के अंतर्गत विशेषताएं हैं इसको भी हमने बताया है लेकिन आप के लिए काफी उपयोगी साबित होगी आज के समय में भ्रमण के प्रति लोगों का लगाव कम होते हुए देखकर इस Article को लिखने का यही उद्देश्य कि आने वाली पीढ़ी भी इस लेख के माध्यम से Roman Ank के चिन्ह को अच्छी तरह से पहचान सके तथा उसके बारे में जानकारी एकत्रित कर सके।