DTP Kya Hota Hai और डीटीपी ऑपरेटर कैसे बने एवं इनकी फुल फॉर्म क्या होती है व सॉफ्टवेयर के नाम क्या होते है तथा इसके कार्य क्या होते है
हैलो दोस्तो! आज हम आपको डीटीपी कोर्स से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान करने वाले हैं क्योंकि यदि आप टेक्नोलॉजी में इंटरेस्टेड है तो आप डीटीपी कोर्स कर अपने अच्छे करियर की शुरुआत कर सकते हैं। किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए आपको उससे संबंधित जानकारी हासिल करना बहुत आवश्यक है। जैसे कि आप सभी लोग जानते हैं कि काफी समय पहले से छपाई या प्रकाशन का कार्य चलता आ रहा है। बस फर्क सिर्फ इतना है कि पहले लोग कौशल को अपने हाथों से करते थे क्योंकि जब तक न्यू टेक्नोलॉजी नहीं थी लेकिन अब तो यह सारे कार्य मशीनों द्वारा किए जाते हैं। लेकिन क्या आप लोग जानते हैं कि यह कार्य कैसे संभव होते हैं अगर नहीं तो आप बिल्कुल सही पोस्ट पर पड़ रहे हैं। यदि अगर आप भी DTP Opetrator बनना चाहते हैं तो हमारे इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
DTP Kya Hota Hai?
सबसे पहले हम आपको डीटीपी की फुलफॉर्म DeskTop Publishing होता है। डीटीपी की शुभारंभ श्री James Davis द्वारा वर्ष 1983 में किया गया था। यह प्रकाशन की एक नई टेक्नोलॉजी है। जिसमें बहुत सारे टूल्स का उपयोग कर पर्चे, होर्डिंग्स, ब्रोसर, कैटेलॉग, बिजनेस कार्ड, लोगो, नेम प्लेट, बुक कवर, बुक डिजाइन, अखबार पेज डिजाइन, मैगजीन डिजाइन आदि तरह की सामग्री का निर्माण डीटीपी के माध्यम से किया जा सकता है। इसे तीन भागो में विभाजित किया गया है व्यक्तिगत कम्प्यूटर (PC), डीटीपी सॉफ्टवेयर तथा अच्छी प्रिंटिंग के लिए लेज़र प्रिंटर। आजकल ज्यादातर पब्लिशिंग का कार्य जैसे किताबें नोवेल पत्रिकाएं इसी के माध्यम से प्रकाशित की जाती है। इसके अलावा स्कैनर का प्रयोग कर इमेज को भी छापा जा सकता है। स्पेल चेकर के माध्यम से डीपी में शुरू फीडिंग का कार्य भी किया जा सकता है।
DTP में कार्य करने के लिए इन तीन चीजों की आवश्यकता होती है
- Personal Computer
- Desktop Publishing Software
- Laser Printer
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डीटीपी ऑपरेटर कोन होते हैं ?
जैसे कि हमने अभी आपको अभी ऊपर बताया कि डीटीपी क्या होता है इसी तरह से डीटीपी का कार्य करने वाले लोगों को डीटीपी ऑपरेटर कहा जाता है। डीटीपी ऑपरेटर पब्लिशिंग सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर अलग-अलग प्रकार के प्रिंट तैयार करते हैं। डीटीपी ऑपरेटर बनने के लिए सबसे पहले आपको कॉलेज या इंस्टिट्यूट से डीटीपी कोर्स करना पड़ेगा जिसमें आपको सॉफ्टवेयर पर कार्य करना सिखाया जाता है। आप सभी लोग जानते हैं कि हमारा देश कितनी तेजी से विकास कर रहा है उसको देखते हुए बाजारों में डीटीपी ऑपरेटर की मांग बढ़ती जा रही है क्योंकि मार्केट में प्रतिदिन नए-नए प्रोडक्ट हमें देखने के लिए मिलते हैं जिसकी वजह से कंपटीशन बहुत बढ़ रहा है। यह एक ऐसी फील्ड है जिसमें आप अपना पुनर दिखाकर लाखों कमा सकते हैं।
DTP Operator के कार्य
- डीटीपी ऑपरेटर कई प्रकार के बैनर, पोस्टर, पत्रिकाएं, अख़बार आदि की डिजाइनिंग करना।
- ग्राफिक्स का साइज ,शेप और लेआउट रेडी करना।
- ग्राफिक्स के साथ अट्रैक्टिव दिखाने के लिए परफेक्ट साइज और शेप तैयार करना और फॉर्मेटिंग करना।
- कलर पर ध्यान देकर ग्राफिक्स को बनाना।
- हार्ड कॉपी और डाक्यूमेंट्स को स्कैन करना।
- एडवरटाइजमेंट तैयार करना कंपनी के लिए।
- डीटीपी सॉफ्टवेर में ग्राफिक्स और प्रिंट को इंपॉर्टेंट करना।
- ग्राफिक्स को छापने के लिए वेबसाइट के लिए फॉर्मेट में बदलना।
- हाई रिजॉल्यूशन प्रिंटर पर ग्राफिक्स को छपना।
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डीटीपी के प्रमुख सॉफ्टवेर
Adobe Photoshop
एडोब फोटोशॉप का उपयोग हम चित्रों की एडिटिंग करना ग्राफिक डिजाइन करना और डिजिटल आर्ट बनाने के नियम करते हैं। इस सॉफ्टवेर के माध्यम से आप डिजिटल कैमरा या गैजेट्स द्वारा ली गई तस्वीरों को एडिट कर सकते हैं। इसके अलावा आप किसी भी इमेज को डाउनलोड करके भी इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से एडिट कर सकते हैं। वेब डिजाइनिंग के लिए भी इस सॉफ्टवेर का उपयोग किया जा सकता है।
Adobe Page Maker
एडोब पेज मैकर प्रोग्राम पीडीएफ को भी सपोर्ट करता है। इस सॉफ्टवेयर में मौजूद टूल्स की सहायता से आप टेक्स्ट और इमेज को रूलर के माध्यम से फॉर्मेट कर सकते हैं। यह पेज gui पर आधारित होता है। इस सॉफ्टवेयर का उपयोग invitation card visiting card और voucher आदि को तैयार करने में किया जाता है।
Corel Draw
कोरल ड्रा एक ग्राफिक्स डिजाइनिंग सॉफ्टवेयर है जिस का यूज़ वेक्टर ग्राफिक्स बनाने के लिए किया जाता है। इसके अलावा बैनर पर्चे आदि बनाने के लिए भी इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जाता है। यह बहुत ही आसान सॉफ्टवेयर है।
Adobe InDesign
यह एक डेस्कटॉप पब्लिशिंग और टाइपेसैटिंग सॉफ्टवेयर है जिसका उपयोग पोस्टर पत्रिकाएं किताब एक बार और एवं बनाने के लिए किया जाता है। इस सॉफ्टवेयर में बने फॉर्मेट को डिजिटल शेयर भी किया जा सकता है और प्रिंट भी किया जा सकता है।
Microsoft Publisher
इस सॉफ्टवेयर का उपयोग बिजनेस कार्ड, ग्रीटिंग कार्ड और कलर बनाने के लिए किया जाता है, क्योंकि यह डेस्कटॉप पब्लिशिंग सॉफ्टवेयर है। इस के प्रोग्राम में मौजूद टूल्स की सहायता से आप पेज को डिजाइन करके और भी अट्रैक्टिव बना सकते हैं।
Microsoft Word
यह सॉफ्टवेयर एक टेक्स्ट एडिटिंग प्रोग्राम है जिसका उपयोग आप टेक्स्ट को लिखकर फॉर्मेटिंग करने के लिए करते हैं। इसमें टैक्स्ट डॉक्यूमेंट बनाने के लिए एडवांस टूल दिए जाते हैं। इस प्रकार के सॉफ्टवेयर का उपयोग ज्यादातर रिज्यूम तैयार करने तथा साधारण टैक्स डॉक्यूमेंट को तैयार करने के लिए किया जाता है।
डीटीपी ऑपरेटर के लिए कैरियर स्कोप और सेलरी
हमारे द्वारा बताई गई जानकारी के हिसाब से अब तक आपको यह तो पता चल गया होगा कि डीटीपी ऑपरेटर के बिना कोई भी कार्य करना असंभव है। मार्केट में डीटीपी ऑपरेटर को लेकर रोजगार के अवसर बढ़ने के साथ-साथ कैरियर में भी एक अच्छा स्कोप है। आज के समय में डीटीपी ऑपरेटर की डिमांड बहुत तेजी से बढ़ती जा रही है। यदि आपने सीखने की इच्छा और लगन है तो आप डीटीपी ऑपरेटर बन कर प्रति महीने 8 से 10 हज़ार तक शुरुआती तौर पर कमा सकते हैं। जिसके बाद आपका अनुभव बढ़ता जाएगा वैसे वैसे आपकी सैलरी भी 12 से 15 हज़ार के आसपास पहुंच सकती है। इसके अलावा अगर आप इस फील्ड में अपना खुद का बिजनेस खोलना चाहते हैं तो आप सोच भी नहीं सकते कि आप कितनी तरक्की कर सकते हैं लेकिन यह सब आपके लगन और मेहनत पर निर्भर करता है।
DTP Operator बनने के लिए योग्यता
- डीटीपी ऑपरेटर बनने के लिए वैसे तो आपको कोई शिक्षित योग्यता की आवश्यकता नहीं है लेकिन फिर भी कम से कम आपको 12वीं कक्षा तो पास करनी ही होगी।
- DTP Operator बनने के लिए कोई आयु सीमा निर्धारित नहीं की गई है बल्कि इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए कम से कम 18 वर्ष की आयु होना आवश्यक है।आवेदक फर्म के डीटीपी ऑपरेटर की आयु 25 से 40 वर्ष होनी चाहिए।
डीटीपी का इस्तेमाल किन कार्यों में किया जाता है ?
- अखबारें और पत्रिकाएं
- ब्राउज़र और कैटलॉग
- व्यापार और दर्शन कार्ड
- शादी के कार्ड और अन्य कार्यक्रम की आपूर्ति
- पुस्तकें
- आवेदन पत्र और फार्म
- विज्ञापन
- कार्यालय नोटिस और पत्र प्रमुख
- पोस्टर
- पत्रिका
- होर्डिंग्स और बैनर
- बिल बुक और रसीद
Advantages Of DTP
- पहले के समय में सफाई का कार्य हाथों से किया जाता था जिनमें बहुत सारा समय लगता था लेकिन आज टेक्नोलॉजी के डिवेलप होने के बाद यह काम महल कुछ ही मिनटों में आसानी से हो जाता है।
- देखा जाए तो डीटीपी द्वारा कार्य करने में कम लागत आती है क्योंकि पहले कामगार के साथ-साथ समय भी ज्यादा खर्च होता था।
- पहले किसी भी डिजाइन को बनाने के बाद उसको बदलना असंभव होता था लेकिन अब डीटीपी द्वारा डिजाइन बदलने का कार्य भी संभव है।
- पहले हमें कारीगरों द्वारा बनाए गए डिजाइन से ही काम चलाना पड़ता था लेकिन आप टीवी के माध्यम से हम अपना मनपसंद डिजाइन का चुनाव कर सकते हैं।
डीटीपी ऑपरेटर केसे बने
- किसी भी क्षेत्र में करियर बनाने के लिए सबसे पहले आपको क्षेत्र में रुचि होना आवश्यक है क्योंकि तभी आप मन लगाकर इस कार्य को सीख सकते हैं।
- डीटीपी ऑपरेटर बनने के लिए आपको कंप्यूटर का अच्छा ज्ञान होना बहुत जरूरी है।
- यदि आप पर निर्धारित समय पर कार्य पूरा करने का प्रेशर है तो आपके अंदर इतनी पावर होनी चाहिए कि आप उस कार्य को समय पर पूरा कर सकें।
- आपको व्यक्तिगत रूप से या फिर पूरी वर्क टीम के साथ कार्य करने का कौशल अवश्य आना चाहिए।
- डिजाइन को बनाते समय उसकी बारीकियों को देख कर ही बनाना चाहिए।
- यदि आपको इस क्षेत्र में कार्य करने में मजा आता है या रूचि है तभी आप डीटीपी ऑपरेटर बनने के बारे में सोचें।
- डीटीपी ऑपरेटर बनने के लिए आपको कठिन परिश्रम के साथ-साथ ईमानदारी से कार्य करने का पुनर आना चाहिए।