Cyclone Biparjoy Kya Hai और चक्रवाती तूफान बिपोर्जॉय का मतलब व कारण क्या होता है एवं इसका अनुमान कैसे लगा सकते है जाने हिंदी में
अरब सागर में चक्रवाती तूफान बिपोर्जॉय जोकि सबसे घातक चक्रवाती तूफान है उस ने दस्तक दे दी है जिसकी रफ्तार लगभग 150 किलोमीटर प्रति घंटे की मानी जा रही है और यह तेजी से गुजरात की ओर बढ़ चुका है और यदि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के द्वारा जारी किए गए सूचना के आधार पर देखा जाए तो इसका प्रबल असर भारत ओमान ईरान और पाकिस्तान जैसे देशों में देखने को मिलता है और यह हाल ही में भारत की सीमा में दस्तक दे चुका है जिससे गुजरात के कच्छ भुज जैसे क्षेत्रों को काफी नुकसान पहुंचा कर यह राजस्थान की तरफ भी रुख कर चुका है Cyclone Biparjoy अब तक का सबसे खतरनाक साइक्लोन माना जा रहा है जिसकी रफ्तार के आगे कुछ भी टिक पाना संभव नहीं है।
Cyclone Biporjoy Kya Hai?
Biparjoy एक प्रकार का घातक समुद्री तूफान है जिस का आगाज अरब सागर से शुरू हुआ है और यह तेजी से भारत की तरफ बढ़ चुका है जिसमें गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान जैसे राज्यों को अपना अपनी जद में लिया हुआ है हालांकि Cyclone Biparjoy नाम बांग्लादेश की तरफ से सुझाया गया था यदि इस के नाम की बात की जाए तो अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में जितने भी चक्रवात तूफान आते हैं उन सभी का नाम आसपास के इलाके के देश जैसे एशियाई देश ही रखते हैं जो कि वर्ष 2004 से ही इस प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है और विश्व मौसम विज्ञान संगठन में 2020 में Biparjoy नाम को स्वीकार करके इस घातक तूफान का नाम Cyclone Biparjoy रखा।
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Cyclone Biporjoy के आने का कारण क्या हो सकता है?
समुद्र में जितने भी तूफान चक्रवात या सुनामी आती हैं उन का सबसे मुख्य कारण शक्तिशाली भूकंप को ही माना जाता है और यदि भूकंप के क्षेत्र की बात की जाए तो इसका कोई निश्चित क्षेत्र नहीं होता यह कहीं पर भी किसी भी समय आ सकता है इसलिए जब पानी के नीचे सतह पर धरती कंपन करती है तो ऐसे में वह पानी को बाहर की तरफ फेंकने का कार्य करती है जिस कारण से चक्रवात सुनामी जैसी स्थिति बनती है ठीक इसी प्रकार से बीत जाए कि आने का भी यह मुख्य कारण हो सकता है की जमीन के अंदर किसी भी प्रकार की क्रिया होने से या फिर समुद्री तल के हिंसक आंदोलन के कारण यह खतरनाक चक्रवाती साइक्लोन बिपरजाय आया है।
समुंद्री तूफानों का किस प्रकार से नाम रखा जाता है?
जितने भी तूफान आते हैं चाहे वह समुद्री तट पर आए या फिर जमीनी क्षेत्र में आए उन सभी की प्रतिक्रिया जो होती है वह हवा की गति पर आधारित होती है ऐसे में जब कोई भी हवा 60 से 65 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने लगती है और वह गोल गोल चक्कर काटती है तो उसे ट्रॉपिकल तूफान के नाम से जाना जाता है परंतु यदि वही हवा 100 किलोमीटर से अधिक 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने लगती है तो उसे हम ट्रॉपिकल हरिकेन के नाम से जानते हैं और जिस प्रकार से यह हवा की रफ्तार बढ़ती रहती है उसी प्रकार के तूफानों की श्रेणी भी जो 1 से 5 के स्केल पर निर्धारित की गई है वह भी बढ़ती जाती है इस प्रकार से ही वैज्ञानिक इन तूफानों का नामकरण करते हैं।
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Cyclone Biporjoy का अनुमान कैसे लगा?
1 जून को भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अरब सागर में चक्रवाती परिसंचरण की संभावना होने की स्थिति में निगरानी शुरू कर दी थी जिसके बाद European Centre For Medium Range Weather Forecast ने इस बीच यह संभावना जताई थी कि तूफान किसी भी समय बन सकता है क्योंकि अरब सागर के ऊपर एक चक्रवर्ती हवाओं ने अपना क्षेत्र स्थापित कर लिया है जिसके परिणाम स्वरूप एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनना शुरू हो गया था ऐसे में जब उसकी खोजबीन शुरू की गई आईएमडी ने डिप्रेशन को डीप डिप्रेशन और बाद में चक्रवर्ती तूफान में करने का कार्य किया जिससे यह ज्ञात हो पाया कि यह तूफान तेजी से किसी भी देश की सीमा से टकरा सकता है जो कि पाकिस्तान की तरफ बढ़ते हुए अपना रुख भारत की तरफ भी कर चुका था जिसे बाद में बिपरजॉय के नाम से जाना जाने लगा।
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का क्या प्रभाव पड़ेगा?
यदि भारत की बात की जाए तो चक्रवर्ती तूफान भी Cyclone Biparjoy के आने से गुजरात के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश और तेज हवाएं चलना शुरू हो गई है जिस कारण से कच्छ और राजकोट जिले में तीन लोगों की मौत भी हो गई और तेज हवाओं के कारण जगह-जगह पर पेड़ भी उखड़ गए तो कहीं दीवारें खुद-ब-खुद रह गई और समुंद्र की जद में जो भी आता है वह तेजी से बाहर कर ले जा रहा है और चक्रवात तट के पास पहुंच चुका है जिस कारण से उच्च ज्वार भी दिखाई देने लगा है जिस कारण से पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में भी भारी बारिश और ऊंची ज्वार देखने को मिली है और वहां पर 4 लोगों की मौत और 23 लोग घायल हो चुके हैं और लगभग 40 साल गांव की बिजली बिल कट चुकी है जिस कारण से जीवन स्तर काफी ज्यादा बिगड़ चुका है।
Cyclone Biparjoy से संबंधित कुछ सवाल और जवाब (FAQs)
अरब सागर से शुरू हुए भयावह चक्रवात बिपरजोय की रफ्तार तकरीबन 150 किलोमीटर प्रति घंटे की है जो की तेजी से एशियाई देशों की तरफ रुख कर के चल रही है।
एशियाई देशों को नुकसान पहुंचाने वाले बिपरजोय तूफान के द्वारा पाकिस्तान और भारत के साथ साथ ईरान और ओमान भी प्रभावित हुए है और भारत के गुजरात,राजस्थान और महाराष्ट्र सबसे ज्यादा इसकी जद में आए है।