कंप्यूटर बेसिक नॉलेज क्या है और Computer Basic Knowledge कैसे प्राप्त करे व कम्प्यूटर के प्रकार तथा कंप्यूटर ज्ञान एवं जनरल नॉलेज हिंदी में
आज के समय में आपने देखा होगा कि सभी क्षेत्रों में Digital करण किया जा रहा है और हर सुविधाओं को Computer को आधार रखकर जोड़ा जा रहा है आज के समय में कंप्यूटर बहुत ज्यादा उपयोगी Electronic Machine के तौर पर सामने आया है चाहे स्कूल कॉलेज ऑफिस सरकारी दफ्तर हो हर जगह Computer का इस्तेमाल बहुत ही तेजी से किया जा रहा है परंतु बहुत लोगों को Computer Basic Knowledge ही पता नहीं होता ऐसे में इतने ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली इस Electronic Machine के बारे में लोगों को अधिक जानकारी ना होना काफी चिंता का विषय है इसलिए Article के माध्यम से हम आपको Computer के Basic Knowledge होते हैं वह बताने का कार्य करेंगे जिससे आपको कंप्यूटर का ज्ञान आसानी से प्राप्त हो सके।
Computer Basic Knowledge
जब भी आप किसी Computer को देखते होंगे तो उसके साथ बहुत से उपकरण जुड़े हुए होते हैं जैसे Monitor,CPU,Hard Disk वगैरा आपस में जुड़ कर ही Computer बनते हैं परंतु बहुत लोगों को इन सब चीजों के बारे में पूर्णता पता नहीं होता है ऐसे में Computer Basic Knowledge क्या है या जाना बहुत जरूरी हो गया है आज के समय में तो यह निम्नलिखित हम आपको Computer का जो Basic Knowledge है उसके बारे में विस्तार से बताते हैं जिसे आपके Knowledge में Computer से Related इजाफा देखने को मिले।
कंप्यूटर क्या है?
कंप्यूटर एक प्रकार की ऐसी Electronic Machine है जो कि बहुत से उपकरणों से जुड़कर बनी हुई है जिसमें मुख्य रुप से Keyboard, Monitor,CPU,UPS आदि आते हैं Computer के माध्यम से किसी भी Input Data को Process करके आपको Data में Convert किया जाता है जिसमें CPU का बहुत बड़ा योगदान होता है आज के समय में कंप्यूटर का इस्तेमाल बहुत सी जगहों पर ज्यादातर देखने को मिलता है क्यों किया कंप्यूटर के बिना किसी भी तरह का कोई डिजिटल करण नहीं किया जा सकता और भारत सरकार डिजिटल तौर पर और भी ज्यादा व्यवस्था मजबूत कर रही है Computer का इस्तेमाल निजी क्षेत्रों से लेकर सरकारी दफ्तरों में भी किया जाता है या कई तरह के होते हैं जिसमें आपको विंडोज माइक्रोसॉफ्ट के सॉफ्टवेयर भी देखने को मिलते हैं।
कम्प्यूटर के प्रकार(Types of Computer)
यदि मुख्यता Computer की बात की जाए तो यह कई प्रकार के होते हैं जिनका अपने अलग-अलग क्षेत्रों में इस्तेमाल किया जाता है तो यह निम्नलिखित हम उन कंप्यूटर के बारे में आपको संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं।
Micro Computer
जैसा कि आपको नाम से ही प्रतीत होता होगा कि यह Computer का सबसे छोटा साइज होता है जो कि एक से प्रयोग के द्वारा संचालन किया जाता है तथा इसका इस्तेमाल ज्यादातर स्कूल कॉलेज या फिर किसी निजी संस्था आदि में किया जाता है।उदाहरण के तौर पर Laptop, Desktop computer, Mobile, Tablet जो होते हैं वह माइक्रो कंप्यूटर का ही हिस्सा होते हैं।
Mini Computer
यह कंप्यूटर भी साइज में छोटे ही होते हैं तथा इनमें भी एक CPU का इस्तेमाल किया जाता है इसका इस्तेमाल भी रेलवे विभाग के द्वारा तथा बैंक के द्वारा ज्यादा तौर पर किया जाता है जिसमें रेलवे में Reservation Ticket आदि करने के लिए तथा बैंक में कंप्यूटर आधारित कार्य के लिए उपयुक्त होता है।
Mainframe Computer
यह कंप्यूटर की खासियत यह होती है कि अगर ना की गति में काफी तेज माना जाता है तथा एक बार में अधिक से अधिक Data को Store करने की भी क्षमता रखता है बड़ी-बड़ी कंपनियों तथा बिजनेस के लिए इसका ज्यादातर इस्तेमाल किया जाता है जिसमें बैंक बीमा कंपनी आदि भी आते हैं।
Digital Computer
इस विशेष प्रकार के Computer का निर्माण व्यवसाय क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए बनाया गया था क्योंकि यह जितने भी Numerical Data को एक बार में अधिक से अधिक स्टोर करता है जिसमें 0 और 1 के आधार पर डाटा को स्टोर किया जाता है जिसे बाइनरी डिजिट भी कहते हैं और आज के समय में इसका बहुत तेजी से इस्तेमाल हो रहा है।
Analog Computer
इस प्रकार के Computer Analog Data को Process करने का काम करते हैं जिसके कारण इसे Analog Computer Data कहा जाता है या अंको को नहीं दर्शाते हैं तथा यह Physical Quantity के रूप में ही देखने को मिलते हैं जिसके द्वारा इनकी गणना करना नामुमकिन होता है जैसे Voltage, Temperature, Pressure आदि इसके मुख्य उदाहरणों में से एक हैं।
Hybrid Computer
इस प्रकार के कंप्यूटर का इस्तेमाल ज्यादातर अस्पतालों में देखने को मिलता है जहां पर मरीज के Blood Pressure आदि को Analog का इस्तेमाल करके मापा जाता है तथा फिर उसे Data को अंको के रूप में दर्शाया जाता है आमतौर पर इस Computer में Digital और Analog दोनों ही प्रकार के गुण देखने को मिलते हैं
General Purpose Computer
जैसा कि हमें नाम से ही प्रतीत हो रहा है किस कंप्यूटर का ज्यादातर इस्तेमाल निजी कार्यों के लिए ही किया जाता है इस Computer के माध्यम से कई कार्यों को एक बार में किया जा सकता है जिसमें गेम खेलना मूवी देखना गाने सुनना लेटर लिखना अधिकार एक बार में ही आसानी से कर सकते हैं इसी कारण इसका नामकरण जनरल पर्पस कंप्यूटर के रूप में किया गया है।
Special Purpose Computer
जैसा कि इस कंप्यूटर के नाम से ही हमें प्रतीत हो रहा है कि इस कंप्यूटर का इस्तेमाल किसी खास कार्य को करने हेतु किया जाता है जिसकी वजह से इसे Dedicated Computer भी कहा जाता है उदाहरण के तौर पर जैसे मौसम की भविष्यवाणी करना उसके लिए अलग Computer होता है और मिसाइल बनाने के लिए अलग कंप्यूटर होता है तो इसी कारण से इसे स्पेशल पर्पस कंप्यूटर का नाम दिया जाता है।
कंप्यूटर के भाग(Computer’s Parts)
जैसा कि आपको उपरोक्त पहले ही बताया गया है कि कंप्यूटर कई भागों से मिलकर बना हुआ है जिसमें मुख्य रुप से Monitor CPU UPS आदि आते हैं जिन्हें हम हार्डवेयर कहते हैं तथा कुछ ऐसे भी भाग होते हैं जो कि सॉफ्टवेयर के माध्यम से कंप्यूटर को कार्य करने के लिए प्रेरित करते हैं तो आइए निम्नलिखित हम आपको उन भावों के बारे में बताते हैं।
- Hardware
- Software
हार्डवेयर(Hardware)
Computer का वह भाग जो कि भौतिकी तौर पर मौजूद होता है जिसे छुआ या देखा जा सकता है उसे हम Hardware कहते हैं या मुख्यता पांच प्रकार के होते हैं जिनके बारे में हम आपको निम्नलिखित बताने जा रहे हैं।
- मॉनिटर(Monitor)–यह एक प्रकार की और Output Device है जो कि Computer के Data को Process करने के बाद उसके परिणाम को दर्शाने का कार्य करता है देखने में यह बिल्कुल एक टेलीविजन के आकार का दिखाई पड़ता है जोकि बहुत से आकार में उपलब्ध होता है जिसमें 1st रेगुलेशन के तौर पर हमें साफ सुथरा और बढ़िया परिणाम देखने को मिलता है या मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं LCD Monitor तथा CRT Monitor
- सीपीयू(CPU)–यह भी एक प्रकार का Output Device होता है जो कि Computer के अंदर Electronic Device को Computer के Data के द्वारा Process कर के निर्देशों को Monitor पर दर्शाता है इसे हम Computer का मस्तिष्क भी कहते हैं क्योंकि इस Device के अंतर्गत ही सभी प्रकार के Process मौजूद होते हैं तथा यह एक Controller के रूप में कार्य करता है
- माउस(Mouse)–कंप्यूटर में प्रयोग किए जाने वाले Cursor पर जब स्क्रीन को सिलेक्ट करना या फिर मुंह करना होता है तो उसके लिए हमें माउस का इस्तेमाल करना पड़ता है माउस में तीन प्रकार के बटन होते हैं Left Button,Right Button और Scroll Button इसको इस्तेमाल करने के लिए एक सपाट सतह का प्रयोग किया जाता है ताकि माउस की निचली सतह पर लगी हुई गोल लुमा बॉल आसानी से घूम सके।
- कीबोर्ड(Keyboard)–Computer के प्रयोग में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरणों में से एक मुख्य जो होता है वह Keyboard होता है यह एक प्रकार के Input Device के रूप में कार्य करता है जिसे कंप्यूटर में डाटा को Input करने का कार्य किया जाता है इसमें कई प्रकार के बटन होते हैं जो कि हमारे द्वारा टाइप किए जाते हैं इसमें Alphabet तथा गणित के भी नंबर मौजूद होते हैं या दो प्रकार के होते हैं जो कि पहला Cable Keyboard तथा दूसरा Wireless keyboard होता है।
- यूपीएस(UPS)–कंप्यूटर को Power Supply करने का जो कार्य होता है वह यूपीएस के माध्यम से किया जाता है क्योंकि जब हम कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं तो कभी-कभी अचानक लाइट चली जाती है ऐसे में उस समस्या को दूर करने के लिए यूपीएस तकरीबन 15 मिनट तक Computer को पावर सप्लाई करने का कार्य करता है।
Computer के द्वारा की जाने वाली कार्यप्रणाली
जिस प्रकार से में बताया गया है कि कंप्यूटर एक प्रकार की लेक्टोनिक मशीन जिसमें इनपुट प्रोसेस आउटपुट के द्वारा ही कार्य किया जाता है अतः Computer की कार्य करने की जो शैली है और तीन भागों में बांटी गई है जिसे हम आपको नीचे बारी बारी से बताने जा रहे हैं–
- Input-Computer में उपस्थित Monitor को जिसके द्वारा निर्देश प्रदान किए जाते हैं उन्हें हम Input कहते हैं इनपुट कंप्यूटर के ही साथ मिलकर कार्य करने वाले कुछ उपकरण की सहायता से उपयोग में लाए जाते हैं जैसे कि Keyboard,Mouse, Microphone,Web Camera,Barcode Reader आदि यह सभी इनपुट कार्य के लिए प्रयुक्त होते हैं।
- Processing-कंप्यूटर को जब किसी उपकरण के द्वारा डाटा इनपुट प्रदान किया जाता है तो उस निर्देश को कंप्यूटर फॉलो करके प्रोसेस करता है जोकि सीपीयू के द्वारा किया जाता है
- Output-जब कंप्यूटर के द्वारा डाटा को प्रोसेस किया जाता है तो अंत में वह हमें एक परिणाम सकता है जोकि आउटपुट कहलाता है तथा इस आउटपुट को दर्शाने में जिन जिन उपकरणों का इस्तेमाल किया जाता है उन्हें आउटपुट डिवाइस कहते हैं जो कि मॉनिटर प्रिंटर स्पीकर हेडफोन आदि होते हैं
Computer की कुछ प्रमुख विशेषताएं
जिस तरह से कंप्यूटर का इस्तेमाल तेजी से हर क्षेत्र में फैला है यह काफी मानपुर इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के तौर पर माना जाने लगा है हर क्षेत्र में इसका उपयोग देखने को मिल रहा है इसकी कुछ विशेषताएं इसको और भी ज्यादा प्रचलित कर रही है तो आइए निम्नलिखित हम आपको Computer के कुछ प्रमुख विशेषताओं से रूबरू कराते हैं।
- कंप्यूटर के द्वारा आप किसी भी कार्य को बहुत ही तेज गति से और विश्वसनीयता के साथ कर सकते हैं
- Computer में आप किसी भी प्रकार के डाटा को आसानी से स्टोर करके रख सकते हैं चाहे वह कितनी बड़ी फाइल में क्यों ना हो।
- Computer की सबसे बड़ी खासियत यह होती है कि वह परिस्थितियों में बहुत शीघ्र ही निर्णय लेने की क्षमता रखता है।
- कंप्यूटर के अंतर्गत बहुत सारी फाइलों को रखा जा सकता है जिसमें आप यदि किसी एक फाइल को ढूंढना चाहते हैं तो आप बहुत ही जल्दी आसानी से ढूंढ सकते हैं।
- किसी भी कार्य को यदि आप बाहर बार एक Computer के माध्यम से कर रहे हैं तो उसकी गुणवत्ता पर किसी भी प्रकार का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
- कंप्यूटर के अंतर्गत आप बहुत से गोपनीय डाटा को भी संभाल के रख सकते हैं।
- कंप्यूटर एक प्रकार की मशीन है जो कि आप जितनी बार कार के लिए इस्तेमाल करेंगे वह उतनी ही बार अपनी क्षमता के साथ कार्य करेगा।
- कंप्यूटर के अंतर्गत कभी भी गणना में ड्यूटी नहीं हो सकती है यदि किसी प्रकार की कोई 20 आती भी है तो वह माननीय गलतियों के कारण ही संभव हो सकता है।